Monday, 8 May 2017

र्मदा सेवा मिशन के क्रियान्वयन हेतु गठित जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक सम्पन्न

र्मदा सेवा मिशन के क्रियान्वयन हेतु गठित जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक सम्पन्न
कलेक्टर श्रीमती नायक ने कहा पौधरोपण के साथ पौधों की उत्तरजीविता भी की जायेगी सुनिश्चित
जल संवर्धन हेतु ग्रामीणों की सहभागिता से चलाया जायेगा जल चेतना अभियान

खण्डवा 06 मई, 2017 - नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्र में वानस्पतिक आच्छादन एवं वन क्षेत्र बढ़ाने के लिये वृक्षारोपण किन विभागो द्वारा किन स्थानो पर किया जायेगा, कितने पौधे लगाये जायेगे, कितने फलदार व कितने छायादार पौधोे का रोपण किया जायेगा इसकी समीक्षा कलेक्टर श्रीमती स्वाति मीणा नायक द्वारा शनिवार को नर्मदा सेवा मिशन के क्रियान्वयन के लिये गठित जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक में की गई। 
बैठक के दौरान जिले में विभिन्न विभागो द्वारा जल संवर्धन संरक्षण के लिये किये जाने वाले कार्यो की समीक्षा भी की गई। इस दौरान नर्मदा संरक्षण से जुडे हुये विषय विशेषज्ञो डाॅ. श्रीराम परिवार, सुनिल जैन एवं आगा खाॅ एनजीओ के प्रतिनिधि द्वारा उनके सुझाव भी प्रस्तुत किये गये। बैठक में वन विभाग, मनरेगा योजना, उद्यानिकी विभाग, कृषि विभाग, नर्मदा विकास प्राधिकरण आदि के द्वारा किये जाने वाले वृक्षारोपण की जानकारी कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत की गई। सीईओ जिला पंचायत डॅा. वरदमूर्ति मिश्र द्वारा बताया गया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्राप्त निर्देश अनुसार प्रत्येक गांव में 200-200 पौधरोपण के दो क्षेत्र तैयार किया जाना है इन पौधो की रक्षा के लिये पौधरक्षको को रखा जायेगा जिन्हे 3000 प्रतिमाह तक दिया जायेगा। पौधरक्षको के चिन्हांकन के लिये उपसंचालक कृषि एवं उपसंचालक उद्यानिकी को निर्देशित किया गया है जिससे कि शासन नियम अनुसार पात्र व्यक्ति का चयन हो सके। यह पौधरक्षक पौधो को पानी देने के साथ-साथ उसकी शतप्रतिशत उत्तरजीविता के लिये जिम्मेदार होगा। 
 कलेक्टर श्रीमती नायक द्वारा निर्देश दिये गये कि वाटरशेड योजना व विभिन्न विभागो के मैदानी अमले जैसे रोजगार सहायक, कृषि विभाग के किसान मित्रो, जन अभियान परिषद की प्रस्फूटन समितियों के द्वारा प्रत्येक गांव में पौधरोपण व जलसंवर्धन के महत्व को बताने के लिये जल चेतना अभियान चलाया जाये। इस अभियान के द्वारा ग्रामीणों को उनके घरों, खेतो की मेढ़ों में पौधरोपण करने एवं उनकी रक्षा करने के लिये प्रेरित किया जाये। कलेक्टर श्रीमती नायक द्वारा बताया गया कि प्रत्येक शासकीय भवन जैसे जनपद, तहसील कार्यालय, ग्राम पंचायत भवन, आंगनवाडी, स्कूल परिसर आदि में भी पौधरोपण किया जायेगा।  ज्ञात हो कि जिले में आगामी दो माह में लगभग 18 लाख पौधो के रोपण का कार्य किया जायेगा जिसमें से 10 लाख पौधो का रोपण वन विभाग, 4 लाख पौधे मनरेगा योजना एवं 3 लाख पौधे उद्यानिकी विभाग द्वारा रोपित किये जायेगे। कृषि विभाग व सहकारी समितियों को भी पौधरोपण का सीमित लक्ष्य दिया गया है। बैठक के दौरान मुख्य वन संरक्षक श्री रावत एवं वनमंडल अधिकारी श्री एस.के सिंह ने वन विभाग द्वारा जिले में किये जाने वाले सघन पौधरोपण की जानकारी दी गयी। विभाग नाबार्ड के उपमहाप्रबंधक श्री पाटिल  द्वारा बताया गया कि जिले में 40 जलदूत कार्यरत है जिनके द्वारा लोगो को वृक्षारोपण व जलसंग्रहण हेतु पे्ररित करने का कार्य किया जायेगा। बैठक में वृक्षारोपण के माध्यम से नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्र का संरक्षण करने, स्वच्छता हेतु तरल एवम ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, प्रदूषण नियंत्रण एवं प्रबंधन, जैविक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु किये जाने वाले प्रयासो, नर्मदा नदी के संरक्षण और संवर्धन से आजीविका को जोड़ने, नदी क्षेत्र में स्वस्थ परिस्थितिकीय तंत्र का विकास करने पर भी चर्चा की गई बैठक में वनविभाग, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी, भूमिसंरक्षक, नाबार्ड , जलसंसाधन विभाग, खनिज विभाग, जनअभियान परिषद व लोकस्वास्थ यांत्रिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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