जब नारियल का तेल या घी जमना शुरू हो तभी गेहूँ की बोनी करें
खण्डवा 1 दिसम्बर ,2015 - किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि गेहूँ की बोनी हेतु 20 से 21 डिग्री सेल्सियस तापमान होने पर ही अथवा जब नारियल का तेल अथवा घी जमना शुरू हो जाएए बोनी के लिये उपयुक्त समय है। बोनी के समय उन्नत किस्मों का उपयोग करें तथा बीज की सही मात्रा अर्थात् 20 किलो प्रति बीघा का उपयोग करें। वैज्ञानिक अनुशंसा अनुसार संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करें। बीज एवं उर्वरकों को मिलाकर न बोयें बल्कि दो पेटी वाले सीड कम फर्टिड्रिल का उपयोग करते हुए अलग-अलग बुवाई करें।
बीजों का बीज उपचार दवा से उपचार करने के पश्चात ही बोयें। बीज उपचार करने से मृदा में उपस्थित जीवाणु एवं फफूंद से बीज सुरक्षित रहता है। बीज उपचार सीड ट्रीटमेंट ड्रम से करें। यदि हाथ से बीज उपचार किया जाता हैए तो बीज उपचार उपरांत साबुन एवं मिट्टी से हाथ अवश्य धोयें। इस वर्ष मानसून सितम्बर से चले जाने के कारण आने वाले समय में जलस्तर कम होने की पूर्ण सम्भावना है । अतः किसान भाई पूरी जमीन में अधिक पानी चाहने वाली फसल के साथ साथ कम पानी चाहने वाली फसल जैसे चना, मसूर, मटर, सरसों, अलसी, कुसुम कर्डी जैसी फसल का भी समावेश करें ।
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