कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने किया खण्डवा शहर के स्कूलों का निरीक्षण
5 षिक्षकों को निलंबित करने के दिए निर्देष
खण्डवा 3 अक्टूबर,2015 - कलेक्टर डॉ. एम.के. अग्रवाल ने आज जिला मुख्यालय स्थित लगभग 1 दर्जन स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूलों में बच्चों की अत्यंत कम उपस्थिति पर नाराजगी प्रगट की तथा एक ही परिसर में स्थित जिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति व दर्ज संख्या कम है, उन स्कूलों का आपस में संविलयन करने के निर्देष जिला परियोजना समन्वयक जिला षिक्षा केन्द्र को दिए। उन्होंने विद्यालयों में उपस्थित षिक्षकों को सख्त हिदायत दी कि यदि आगामी सप्ताह में बच्चों की उपस्थिति नही बढ़ी तो उन षिक्षकों को शहर से हटाकर ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ करते हुए उनके विरूद्ध अनुषासनात्मक कार्यवाही भी की जाएगी। इस दौरान उन्होंने षिक्षिका श्रीमती उषा शर्मा, सुमित्रा सोनी, निर्मला सोनी, नूरजहां सय्यद एवं जन षिक्षक श्री सुधीर चौबे को बच्चों की कम उपस्थिति तथा बच्चों के शैक्षणिक स्तर में कमजोरी देखते हुए निलंबित करने के निर्देष जिला परियोजना समन्वयक श्री सोलंकी को दिए। इस दौरान खण्डवा विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा व नगर निगम महापौर श्री सुभाष कोठारी भी कलेक्टर डॉ. अग्रवाल के साथ थे।
लगभग 20 प्रतिषत विद्यार्थी ही मिले स्कूलों में
कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने बालक प्राथमिक विद्यालय घासपुरा का निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालय के 92 दर्ज बच्चों में से 23 बच्चें उपस्थित पाए गए। इसी तरह हकीम अजमल खां उर्दू प्राथमिक विद्यालय में 51 में से 15 बच्चें उपस्थित पाए गए। घनष्याम प्रसाद प्राथमिक विद्यालय में 78 में से 15 विद्यार्थी उपस्थित पाए गए। प्राथमिक उर्दू कन्या विद्यालय घासपुरा में 41 में से 20 बच्चें उपस्थित पाए गए। सरोजनी कन्या विद्यालय में कक्षा 8 में दर्ज 73 में से 18 छात्राएं उपस्थित पाई गई, जबकि कक्षा 6 में 44 में से 22 छात्राएं ही उपस्थित पाई गई।
षिक्षकों का युक्तियुक्तकरण कर छात्र षिक्षक अनुपात व्यवस्थित करने के दिए निर्देष
इसके अलावा अब्बास तैयब उर्दू प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 2, 3 व 4 के बच्चों की कम संख्या के कारण एक ही कक्ष में सभी बच्चों को बिठाकर पढ़ाया जा रहा था। उन्होंने षिक्षकों की अधिक संख्या तथा बच्चों की कम संख्या को देखते हुए जिला परियोजना समन्वयक को शहर के स्कूलों में षिक्षकों का युक्तियुक्तकरण करने के निर्देष दिए ताकि छात्र, षिक्षक अनुपात शासन द्वारा निर्धारित मानदण्डो के अनुरूप हो सकें। कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने जब सरोजनी कन्या प्राथमिक विद्यालय घासपुरा का निरीक्षण किया तो वहां 5 कक्षाओं में कुल 7 षिक्षक पदस्थ पाए गए अतः उन्होंने जिला परियोजना समन्वयक को इस विद्यालय से 2 षिक्षक हटाकर अन्य स्कूलों में जहां षिक्षकों की कमी हो वहां पदस्थ करने के निर्देष दिए।
षिक्षक का वेतन काटने के दिए निर्देष
निरीक्षण के दौरान सरोजनी माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति को देखते हुए कलेक्टर डॉ. अग्रवाल ने यहां की एक षिक्षिका आराधना गीते का एक दिन का वेतन काटने के निर्देष डीपीसी श्री सोलंकी को दिए। उन्होंने बच्चों से चार वेदों तथा चार वर्णो के नाम पूछे तो बच्चें जवाब नही दे सके। उन्होंने बाबू कालूराम विद्यालय में कक्षा 6 के बच्चों से अनुसंधान, जिज्ञासा, उत्सुकता जैसे शब्द बोर्ड पर लिखने को कहा तो बच्चें सही ढंग से नही लिख पाए। कक्षा 5 के बच्चों से 100 का 100 में तथा 50 का 50 में गुणा करने को कहा तो बच्चें गुणा नही कर पाए। उन्होंने उपस्थित षिक्षकों को विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के साथ - साथ बच्चों की षिक्षा का स्तर सुधारने के भी निर्देष दिए।
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