शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर किया जा रहा लार्वा सर्वे
खण्डवा 8 जून, 2021 - शहरी क्षेत्र खंडवा के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लार्वा का सर्वे किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मनीषा जुनेजा ने बताया कि शहरी क्षेत्र खंडवा के गणेष तलाई, रंजित वार्ड क्षेत्र के साथ रामेष्वर वार्ड, सेठी नगर, गज नगर, मीठाराम नगर, सरोजनी नगर में सर्वे के साथ -साथ फागिंग भी कराई गई। यह कार्य में नगर निगम के कर्मचारी और मलेरिया विभाग के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। साथ ही नगर वासियों को डेंगू, मलेरिया के रोकथाम एवं बचाव संबंधी जानकारी एवं समझाईष दी जा रही है।
डेंगू बीमारी के प्रमुख लक्षण
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. जुनेजा ने बताया कि तेज बुखार आना, आंखों के पिछले भाग में दर्द, मांसपेषियों एवं जोड़ों में दर्द तथा सिरदर्द, उल्टी, त्वचा पर चकत्ते आना इत्यादि डेंगू के सामान्य लक्षण है। डेंगू बीमारी के कारण मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की कमी होने लगती है जिसके कारण गंभीर अवस्था में नाक एवं मसूड़ों से खून का रिसाव होने लगता है। समय पर उपचार नहीं लेने पर मरीज की मृत्यु भी हो सकती है।
डेंगू बीमारी से बचाव
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. मनीषा जुनेजा ने बताया कि डेंगू का संक्रमण मादा एडिज़ मच्छर के काटने से होता है यह मच्छर साफ रूके पानी में पैदा होता है जैसे - कूलर, टायर, खराब/अनुपयोगी बर्तन/डिस्पोसेबल कप इत्यादि में जमा पानी, बिना ढकें हुए पानी की टंकिया, फूलदान, गमले इत्यादि जिनमें एक सप्ताह से अधिक पानी एकत्रित हो उन केटेनर में एडिज मच्छर उत्पन्न होते है। ये मच्छर दिन के समय अधिकांषतः काटते हैं एवं छायादार/नमी एवं अंधेरेयुक्त स्थानों जैसे - फर्नीचर के नीचे, केलेण्डर/दिवाल घड़ी के पीछे, दिवाल पर लगे हुए सामानों के पीछे इत्यादि जगहों पर आराम करते है। अतः डेंगू से बचाव के लिए आवष्यक है कि कम से कम सप्ताह में एक बार अपने घर एवं घर के आसपास पानी एकत्रित होने वाले कंटेनरों की अवष्य सफाई करें। मच्छरों के काटने से स्वयं का बचाव करें - मच्छरदानी का उपयोग करें, रेपेलेंट का उपयोग करें, मच्छरदानी लगाकर सोवंें, पूरी बांह के कपड़े पहने, घर के दरवाजों एवं खिड़कियों में मच्छरप्रूफ जाली लगावें। ग्रामीण क्षेत्रों में यदि संभव हो तो सुबह-षाम नीम की पत्ती का धुंआ करें।
डेंगू की जांच एवं उपचार
प्रदेश में डेंगू की जांच समस्त शासकीय जिला चिकित्सालयों में निःषुल्क उपलब्ध है डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जिला चिकित्सालय में जाकर जांच करावें एवं जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर चिकित्सक की सलाह से उपचार लंेवें स्वयं इलाज ना करें। बुखार होने पर पैरासिटामॉल की गोली ले सकते है किंतु दर्द निवारक गोलियों जैसे एस्प्रिन इत्यादि का उपयोग ना करें। डेंगू का कोई विषिष्ट उपचार नहीं है, यह स्वतः ठीक होने वाला रोग है इसीलिए घबरायें नहीं। तरल पेय पदार्थ पीयें, बुखार आने पर माथे पर पानी की गीली पट्टी रखें, हाथ पैरों को स्पंज बॉथ देंवे पोष्टिक आहार का सेवन करें एवं पूर्ण स्वस्थ होने तक पर्याप्त आराम करें।
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